Kaisi Teri Khudgharzi Lyrics in Hindi – Rahat Fateh Ali Khan
Kaisi Teri Khudgharzi Lyrics in Hindi, this song is sung by Rahat Fateh Ali Khan, and MusiCamp gives the music. Kaisi Teri Khudgharzi Lyrics in written by Ali Imran.
Kaisi Teri Khudgharzi Hindi Lyrics
मोहब्बत को भरे बाज़ार
में रुसवा किया तूने
ऐ सौदागार मेरे दिल के
ये क्या सौदा किया तूने
मोहब्बत को भरे बाज़ार
में रुसवा किया तूने
ऐ सौदागार मेरे दिल के
ये क्या सौदा किया तूने
ये कैसी तेरी खुदगर्जी
सुनी ना दिल की इक अर्ज़ी
मेरे आँसू ना देखे तू
तेरी मर्ज़ी तेरी मर्ज़ी
तेरी मर्ज़ी तेरी मर्ज़ी
ये कैसे तेरी खुदगर्जी
ये कैसे तेरी खुदगर्जी
मैं साहं साहं हारी हारी
मैं रुल्ल दियां मारी मारी
मैं साहं साहं हारी हारी
मैं रुल्ल दि मारी मारियां
मैं साहं साहं हारी हारी
मैं रुल्ल दियां मारी मारी
मैं साहं साहं हारी हारी
मैं रुल्ल दि मारी मारियां
दिया जो ज़ख्म भी तूने
हरा है वो सिला ही नहीं
मोहब्बत जा तुझे छोड़ा
मुझे तुझसे गिला ही नहीं
मुझे बस दूर जाना है
तेरे दिल से निगाहों से
गुज़रना ही नहीं मुझको
तेरी गलियों से राहों से
तेरी मंज़िल भी झूठी है
तेरे सब ख्वाब हैं खोटे
तेरी राहें फरेबी हैं
तेरे रस्ते सभी फ़र्ज़ी
तेरी मर्ज़ी तेरी मर्ज़ी
तेरी मर्ज़ी तेरी मर्ज़ी
सुनी ना दिल की इक अर्ज़ी
ये कैसी तेरी खुदगर्जी
मैं तक्क तक्क हारी हारी
मैं तेरे उत्तों वारी वारी
मैं तक्क तक्क हारी हारी
मैं तेरे उत्तों वारी वारियां
मैं साहं साहं हारी हारी
मैं रुल्ल दियां मारी मारी
मैं साहं साहं हारी हारी
मैं रुल्ल दि मारी मारियां
तेरी चौखट पे रखा था
जला कर दिल भुझा तो नहीं
तेरे दामन से लिपटा था
मेरा आंसू गिरा तो नहीं
तेरा साया मेरे आगे
मेरी आवाज़ पीछे है
तेरा दिल कोई पत्थर है
मेरी जान इसके नीचे है
मेरी सांसें मुझे दे दे
खुदारा मुझको जीने दे
मेरी फ़रियाद सुन ले तू
कभी सुन ले मेरी अर्जी
तेरी मर्ज़ी तेरी मर्ज़ी
तेरी मर्ज़ी तेरी मर्ज़ी
ये कैसी तेरी खुदगर्जी
मेरे हमदर्द बेदर्दी
मैं साहं साहं हारी हारी
मैं रुल्ल दियां मारी मारी
मैं साहं साहं हारी हारी
मैं रुल्ल दि मारी मारियां
मैं साहं साहं हारी हारी
मैं रुल्ल दियां मारी मारी
मैं साहं साहं हारी हारी
मैं रुल्ल दि मारी मारियां
मैं साहं साहं हारी हारी
मैं रुल्ल दि मारी मारियां
Song Details of the Kaisi Teri Khudgharzi Lyrics
Song: Kaisi Teri Khudgharzi
Singer: Rahat Fateh Ali Khan
Music: MusiCamp
Lyrics: Ali Imran